• भरगामा के जयनगर का मामला
  • मजदूरों पर दबाव बना रहे मुखिया जी
  • तथाकथित पदाधिकारी से कर चुके हैं सेटिंग
  • अपनी गला बचाने के लिए मजदूरों के शरण में मुखिया जी

अररिया, भरगामा. जयनगर पंचायत में हुए मनरेगा में करोड़ों रुपए के घोटाले में राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। याचिकाकर्ता गणपत कुमार मेहता के द्वारा डीएम को ज्ञापन देने के बाद तथाकथित पदाधिकारी एवं मुखिया जी मनरेगा मजदूरों से सेटिंग करने में लग गए हैं।

याचिकाकर्ता गणपत कुमार मेहता ने बताया कि मनरेगा मजदूरों ने फोन पर अपना दर्द बयां किया है कि

"मुझ पर मुखिया जी दबाव बना रहे हैं कि सादा कागज पर लिखकर दो कि हमें मुखिया जी से कोई शिकायत नहीं है। तुम्हें कुछ हुआ तो उनकी पूरी गारंटी हम लेंगे। मुझे वरीय पदाधिकारी से बात हो गई है कुछ नहीं होगा।"

उक्त मामले में याचिकाकर्ता गणपत कुमार मेहता ने एक वीडियो संदेश जारी कर मजदूरों को न्याय व कानून के साथ खड़े रहने का आग्रह किया है साथ हीं मजदूरों को यह भी बताया है यदि जोर जबरदस्ती कागज पर लिखवा ले तो इस बात की जानकारी जिला पदाधिकारी को तुरंत दें एवं जांच करने वाले अधिकारी को जांच में सहयोग करें। सभी तथ्यों को बताएं एवं यदि आपके साथ कोई अत्याचार या अन्याय हो रहा है तो इनसे भी अवगत कराएं।

गणपत कुमार मेहता ने बताया की जांच में जब गबन की बात सामने आएगी तो "मुखिया जी का पदाधिकारी एवं मजदूरों से सेटिंग कानून को धोखा नहीं दे पाएगा। जयनगर पंचायत में एक से बढ़कर एक घोटाला किया गया है। कहीं मरे हुए आदमी को काम दिया गया है तो कहीं सरकारी कर्मी को गरीबों को मिलने वाला लाभ मुहैया कराया गया है। जिसके नाम पर कभी कार्ड भी निर्गत नहीं हुआ उनके खाते में भी मनरेगा का पैसा भेजा गया है। कितने साक्ष्यों से सेटिंग करेंगे मुखिया जी? मुझे जिला पदाधिकारी पर पूर्ण विश्वास है। मामले में समय सीमा के अंदर कार्रवाई की जाएगी। समय के साथ सेटिंग करने वाले पर भी कार्यवाही के लिए वरीय पदाधिकारी को लिखा जाएगा।"