दिव्य संवाद अररिया: बिहार में शिक्षा का हाल बेहाल हैं, CBSE की तो बात हीं मत पूछिए। सरकार के घोषणा कर अपनी फॉर्मेलिटी पूरा कर लेती है, घोषणा के बाद शिक्षा व्यवस्था पर सुधि लेने वाला कोई नहीं होता। सोशल मीडिया पर इन दिनों एक छात्रा रुचि रंजन की गुहार वायरल हो रही है। वायरल मेसेज में लिखा है कि:-

मै रुचि रंजन अररिया बिहार से हूं। मेरे पिताजी का नाम राजीव कुमार रंजन है वो एक पी एल वी है। मै डीएपीएस स्कूल पुर्णिया में पढ़ती थी। मैंने कक्षा UKG से 8वी तक पढ़ा।

मेरे पिताजी का उतना आय भी नहीं था फिर भी उन्होंने पूरा पैसे स्कूल वालों को दिए। पर स्कूल वालों ने एक भी पैसा माफ नहीं किया। इसी कारण मैंने CHS का फॉर्म भरा ,लेकिन अब न्यूज़ आ रहा है की वो भी नहीं होगा।

CHS परीक्षा को भी कैंसिल कर दिया गया है, कोरोना वायरस के कारण तो फिर स्कूल कैसे खुल रही है। और मै क्लास 9th का रजिस्ट्रेशन भी नहीं करवा पाई और रजिस्ट्रेशन का तारीख़ भी निकल गया अब मै क्या करू।

स्कूल वालों ने कहा कि अप्रैल से रुपया लिया जाएगा ।जबकि स्कूल का पढ़ाई भी बंद था और ऑनलाइन क्लास भी ज्यादा दिन तक नहीं चला और ऑनलाइन क्लास में अच्छे से क्लास भी नहीं हो रहा था। मैंने तो 15-20 दिनों तक ही ऑनलाइन क्लास किया था।

स्कूल वालों ने तो ये भी बोल दिया कि रजिस्ट्रेशन करवाना है तो पूरा रुपया देना होगा नहीं तो स्कूल से निकल जाइए और 11000 रुपया रजिस्ट्रेशन का लिया जाएगा और अगले साल 8000 लिया जाएगा।

मेरे पापा का उतना आय नहीं है जो इतना रुपया दें पाऐंगे।और मेरी एक बड़ी बहन है जो इस साल आई. एस सी कर चुकी है उसका आगे का भी पढ़ाई होना है और मेरा एक छोटा भाई है जिसका अब तक स्कूल में एडमिशन नहीं हो पाया है उसको हमलोग घर में ही पढ़ाते है और स्कूल से ज्यादा नॉलैज भी हो गया है।कृपया कर मेरा एडमिशन सी एच एस में या डी ए पी एस स्कूल में करवाए वो भी निशुल्क। कृपया हमारी मदद करें।