एक छोटे से गाँव में एक गरीब परिवार रहता था। उनका नाम रामु होता था, जो अपने छोटे से खुदरा घर में अपने माता-पिता और छोटे भाई-बहनों के साथ रहता था। वे लोग गाँव में मजदूरी करके अपना गुजारा कमाते थे, परंतु उनकी कमाई कभी-कभी बहुत ही नियमित नहीं थी।

एक बार, गाँव में एक सांता यात्री आया। सांता ने रामु के घर को देखा और उनकी समस्याओं को सुना। सांता ने रामु से कहा, "तुम्हारी मेहनत और आत्मविश्वास तुम्हें आगे बढ़ने में मदद कर सकते हैं।"

रामु ने सुना और समझा कि वह कुछ कर सकता है। उसने अपनी मेहनत और आत्मविश्वास के साथ एक छोटे से दुकान खोली, जहां वह चावल, दाल, और औरतों के लिए सस्ते कपड़े बेचता था।

शुरुआत में बहुत मुश्किलें आईं, परंतु रामु कभी हार नहीं मानता था। उसकी मेहनत और आत्मविश्वास ने उसे सफलता दिलाई। उसकी दुकान बढ़ती गई और उसने अपने परिवार को एक बेहतर जीवन देने में सफलता प्राप्त की।

रामु की कहानी ने दिखाया कि किसी का जीवन कितना भी गरीब क्यों ना हो, मेहनत, आत्मविश्वास, और संघर्ष से उसे समृद्धि की ओर बढ़ा सकता है। उसने अपनी आशा की किरण से अपने परिवार को नए सपनों और संभावनाओं की दिशा में बढ़ावा दिया।