सुपौल, गणपत कुमार, प्यार में दिल टूट जाने पर लोग डिप्रेशन में चले जाते हैं तो कोई आत्महत्या का राश्ता चुन लेते हैं। लेकिन आज हम बात कर रहे हैं एक ऐसे प्रेमी जोड़े कि जो प्यार में धोखा खाने पर ऐसा वैसा रास्ता नहीं चूना बल्कि इस बेवफाई को अपना लक्ष्य बनाया और लग गया इसके पीछे और बदल डाली अपनी किस्मत और बन गया लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत।

जी हाँ आज हम बात कर रहे हैं सुपौल जिले के पिपरा बाजार के रहने वाले रंजीत कुमार की जिन्होंने अपने मन में सेकड़ो अरमान और दिल मे सपनों को दफन किये आगे की दुर्घटना से अनजान प्रेम के राश्ते पर चल पड़ा। उसने नजदीक में पढ़ने वाली एक लड़की सिमा (काल्पनिक नाम) को अपना दिल दे बैठा। यह जानते हुए की यात्रा में अनजान व्यक्ति से कोई भी चिज लेना या देना खतरे में डाल सकता है। 

इसके बावजूद दिल देना इतना खतरनाक होगा इसका अंदाजा इसको भी नहीं था। धीरे धीरे इन दोनों का प्रेम इतना परवान चढ़ा की सातों जन्मों तक साथ रहने का वादा कर बैठा। किन्तु कुछ हीं समय बाद किसी कारण वश सिमा अपने प्रेमी रंजीत से बात करना और मिलना जुलना बन्द कर दिया। प्रेमी रंजीत की आँखें सारा दिन उन्हें तलाशता रहता कि एक बार मिल जाए इसी आस में वह दिन रात उस रास्ते पर बैठा रहता था जिस राश्ते से वह लड़की पढ़ने जाती थी।

वहीं अपनी प्रेमिका के आस में प्यार में धोखा खाए रंजीत ने उसी जगह जहाँ बैठकर अपने प्रेमिका का इंतजार करता था एक पान की दुकान खोल ली। और दुकान का नाम रखा "बेवफा पान वाला"। बोर्ड पर लिखा "प्रेमी जोड़े के लिए पान 10 रुपये, चाय 15 रुपये और प्यार में धोखा खाए लोगों के लिए पान 6 रुपये और चाय 10 रुपये"। यह पान की मशहूर दुकान आज भी पिपरा बाजार में पिपरा सिंहेश्वर रोड के पशिम साइड लोगों का मन मोह रहा है।

जब रंजीत से पूछा गया कि क्या वह आज भी सिमा की तलाश में यहाँ दुकान कर रहा है? तो वह बिना कुछ बोले शर्माते हुए मुस्कुराने लगे।