दिव्य संवाद (टीम पटना) बिहार में होने जा रहे चुनाव के मौके पर पाकिस्तान और चीन भारत में आतंकी और नक्सली हमले की साजिश रच रहे हैं । इसके लिए चीन फंडिंग कर रहा है तो पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई रोहिंग्या मुसलमानों और नक्सलियों के सम्पर्क में है ।

रोहिंग्या मुसलमानों का हिंदुस्तान से नेपाल जाने का मामला सामने आया है । खुफिया विभाग ने सुरक्षा एजंसियों को रोहिग्या मुसलमानों की हरकतों पर कडी नजर रखने को कहा है। खुफिया सूत्रो ने रिपोर्ट में कहा है कि आइएसआइ चीन की मदद से बिहार चुनाव क्रो ध्यान में रखते हुए काफी लंबे अर्से से हिंदुस्तान नेपाल बॉर्डर पर लश्कर और जैश जैसे दहशतगर्द गुटों के लिए बेस बनाने में लगी हुईं है और रोहिंग्या मुसलमानों को फंड मुहैया कराकर हिंदुस्तान और नेपाल के बोर्डर पर बसा रही हैं ।

बिहार के कई जिलों में रोहिंग्या को घुसपैठ करा कर बसाया जा रहा हैं । चीन और पाकिस्तान हवाला के जरिए नक्सल और रोहिंग्या को फंडिंग कर रहे है' । पाकिस्तानी तालिबानी लड़ाके राहिंग्या नौजवानों को नक्सली हमले के लिए तैयार कर रहे है । इसके लिए आई एस आई ने थाइलैड और म्यांमार के बॉर्डर पर वाके मेरीसाट नाम की जगह पर केंप बनवाए है ।

इन केंपों के बारे में सबसे पहला खुलासा कुछ खालिस्तानी दहशतगर्दों से पूछताछ से भी हुआ था । टेरर कैप को एक्टिव करने के लिए हाफिज सईद ने रोहिंग्या ज़हादियां के साथ मीटिंग भी की थी । आइएसआइ जीहादी गुट हरकत उल जिहाद इस्लामी अराकान (हुजी ए) को मदद कर पाकिस्तान तालिबान से ट्रनिग दिलवा रही है । इस गुटका लीडर मौलाना अब्दुल कुहुस इस दौरान पाकिस्तान में है ।

खबर स्त्रोत:- राष्ट्रीय सहारा (26/10/2020) नई दिल्ली अखबार के लिए यहाँ क्लिक करें