दिव्य संवाद, पटना, बिहार में नीतीश कुमार सत्ता की कुर्सी पर बैठ चुके हैं। अपने मंत्रिमंडल का भी गठन कर लिया है। परंतु नीतीश की कुर्सी पर ग्रहण लगा हुआ दिख रहा है। सत्ता संभालते ही सबसे पहले सरकार के शिक्षा मंत्री डॉक्टर मेवालाल चौधरी पर संगीन आरोप लगे और उन्हें कुर्सी गंवानी पड़ी।

सरकार की काफी आलोचना के बाद डॉ मेवालाल चौधरी ने इस्तीफा दे दिया। बात यहीं नहीं रुकी सरकार के 14 में से 8 मंत्रियों पर और भी संगीन आरोप हैं।

पूर्व शिक्षा मंत्री डॉ. मेवालल चौधरी के इस्तीफे के बाद अब राजद ने राज्य मंत्रिमंडल में शामिल कुछ और मत्रियों के संबंध में भी हमलावर हो गए हैं। महागठबंधन के नेता तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया पर आरोप लगाया है कि राज्य के 14 में से 8 मंत्रियो पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज है। ऐसे में सुशासन की बात मुनासिब नहीं है। नकारात्मकता विस्तारित है।

राजद सांसद मनोज झा ने कहा कि भ्रष्टाचार के अओपी यंत्री को हटाने का निर्णय भाजपा ने लिया. यह दुख की बात है। जदयू नेता तो आज अपनी प्रतिछाया बन कर रह गए हैं। तेज प्रताप यादव ने डॉ चौधरी के इस्तीफा का श्रेय तेजस्वी को दिया। कहा जियो मेरे खिलाडी पहली ही बॉल में मजबूत विकेट की पवेलियन पहुंचा दिया।